“Alkenes and Alkynes: Unsaturated Hydrocarbons” : “हैलोएल्केन तथा हैलोएरीन: अनयुक्त हाइड्रोकार्बन”

“Alkenes and Alkynes: Unsaturated Hydrocarbons” : “हैलोएल्केन तथा हैलोएरीन: अनयुक्त हाइड्रोकार्बन”

हैलोएल्केन और हैलोएरीन रासायनिक रेखीय हैड्रोकार्बन हैं जो अकेटाइलीनिक बॉन्ड्स की वजह से अनयुक्त हैं। इन्हें विशेषकर उब्बल गैसों और तेलों में पाया जाता है और इनका अध्ययन रासायनिक रसायन विज्ञान में महत्वपूर्ण है।

हैलोएल्केन:

हैलोएल्केन वे रसायनिक यौगिक हैं जिनमें दो कार्बन एटम एक से ज्यादा बॉन्ड से जुड़े होते हैं। इनमें कम से कम एक डबल बॉन्ड होता है, जिससे ये अद्भुत रीएक्टिविटी दिखाते हैं। हैलोएल्केन का प्रमुख उदाहरण एथीलीन है, जिसे सामान्यत: CnH2n की सामान्य सूत्र से दिखाया जा सकता है। इनके रिएक्टिविटी के कारण, इन्हें उदाहरण से समझा जा सकता है कि कैसे वे विभिन्न प्रकार के रासायनिक प्रतिक्रियाओं में शामिल हो सकते हैं, जैसे कि एडिशन और ब्रेकिंग ऑफ रिएक्शन।

हैलोएरीन:

हैलोएरीन वे रसायनिक यौगिक हैं जिनमें कम से कम एक ट्रिपल बॉन्ड होता है। एक प्रमुख उदाहरण एकाइन है, जिसमें दो कार्बन एटम एक ट्रिपल बॉन्ड के माध्यम से जुड़े होते हैं। हैलोएरीन के यौगिक गुण से इसे केमिकल सिन्थेसिस में एक महत्वपूर्ण भूमिका मिलती है, और इसका अध्ययन केमिस्ट्री और औद्योगिक उत्पादन में उपयोगी है।

हैलोएल्केन और हैलोएरीन का अध्ययन रासायनिक रसायन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहलुओं का परिचय कराता है, जिससे हम रसायनिक समीकरणों और सिन्थेटिक पदार्थों की सृष्टि में आगे बढ़ सकते हैं।

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